Akzo Nobel Q2 Results : पेंट और कोटिंग्स बनाने वाली कंपनी Akzo Nobel India Ltd ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी ने कहा कि सितंबर 2025 में समाप्त तिमाही के दौरान उसका Net Profit साल-दर-साल आधार पर जबरदस्त बढ़कर ₹1,682 करोड़ हो गया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह केवल ₹97 करोड़ था। यह उछाल मुख्य रूप से एक Exceptional Gain के कारण आया है, जो ₹1,874.2 करोड़ रुपये का रहा।
Akzo Nobel Q2 FY26 Results Highlights
हालांकि, मुनाफे में तेज बढ़ोतरी के बावजूद कंपनी की कुल आय (Revenue) में गिरावट देखने को मिली। Akzo Nobel ने बताया कि Q2 FY26 में उसकी कुल आय 15% घटकर ₹834.9 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में ₹982.3 करोड़ थी। यह दर्शाता है कि कंपनी को इस तिमाही में बाजार की सुस्ती और मांग में कमी का सामना करना पड़ा है।
कंपनी का EBITDA (Earnings Before Interest, Tax, Depreciation & Amortisation) भी घटकर ₹110.4 करोड़ रह गया, जबकि पिछले वर्ष यह ₹146.9 करोड़ था। यानी EBITDA में करीब 24.8% की गिरावट आई है। इसके अलावा कंपनी का EBITDA मार्जिन भी घटकर 13.2% पर आ गया है, जो पिछले साल 15% था। यह संकेत देता है कि कंपनी की परिचालन दक्षता पर दबाव बना हुआ है और लागत में बढ़ोतरी का असर इसके मार्जिन पर पड़ा है।
Akzo Nobel Q2 Results Analysis
Akzo Nobel Q2 Results 2025 में जो बड़ा उछाल दिखा है, वह पूरी तरह से इस Exceptional Gain की वजह से है। बिना इस विशेष लाभ के कंपनी का वास्तविक परिचालन लाभ सीमित रहता। यह लाभ किसी एकमुश्त आय, निवेश बिक्री या अन्य वित्तीय समायोजन के कारण हुआ है। विश्लेषकों के मुताबिक, कंपनी को अपनी मुख्य परिचालन आय और मुनाफे में स्थिरता लाने के लिए कोर बिजनेस प्रदर्शन में सुधार पर ध्यान देना होगा।
Akzo Nobel Share Price Performance
नतीजों की घोषणा के दिन यानी गुरुवार को Akzo Nobel शेयर प्राइस 0.30% गिरकर ₹3,230 पर बंद हुआ। बाजार में कंपनी के शेयर पर हल्का दबाव देखा गया क्योंकि निवेशकों को ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस उम्मीद से कमजोर लगी। पिछले एक साल में इस स्टॉक में करीब 23.60% की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे यह अपने सेक्टर की अन्य कंपनियों की तुलना में कमजोर प्रदर्शन करने वाला शेयर साबित हुआ है।
हालांकि, कंपनी की बैलेंस शीट पर पर्याप्त नकदी और मजबूत ब्रांड वैल्यू इसे लंबी अवधि के निवेशकों के लिए आकर्षक बनाए रखती है। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे कच्चे माल की कीमतों में स्थिरता आती है और घरेलू डिमांड बढ़ती है, Akzo Nobel India अपने राजस्व और मार्जिन में सुधार कर सकती है।
Akzo Nobel Share Investment Plan
Akzo Nobel Q2 FY26 Results से यह साफ है कि कंपनी की मुख्य चुनौती राजस्व ग्रोथ और मार्जिन प्रबंधन है। आने वाले तिमाहियों में कंपनी पेंट्स और कोटिंग्स के प्रीमियम सेगमेंट पर अधिक ध्यान देने, लागत नियंत्रण और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के विस्तार पर फोकस कर सकती है। भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर की मजबूती से पेंट इंडस्ट्री को समर्थन मिलेगा, जिसका फायदा Akzo Nobel India Ltd जैसी प्रमुख कंपनियों को मिलेगा।
Conclusion
कुल मिलाकर, Akzo Nobel Q2 Results 2025 ने यह दिखाया है कि कंपनी का नेट प्रॉफिट भले ही एक्सेप्शनल गेन की वजह से बढ़ा हो, लेकिन इसके वास्तविक परिचालन परिणाम कमजोर रहे हैं। Akzo Nobel शेयर प्राइस पर फिलहाल दबाव रह सकता है, लेकिन लंबे समय में कंपनी की ब्रांड वैल्यू, ग्लोबल एक्सपोजर और मार्केट लीडरशिप इसे मजबूत स्थिति में बनाए रख सकती है।
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