Stock to Buy : विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) हमेशा उन कंपनियों में निवेश करते हैं जिनकी ग्रोथ संभावनाएं और वित्तीय स्थिति मजबूत होती हैं. जब FIIs लगातार किसी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हैं, तो यह उस कंपनी के भविष्य पर उनके भरोसे का संकेत देता है. पिछले चार तिमाहियों में तीन भारतीय कंपनियों — Force Motors Limited, Avalon Technologies Limited, और Sai Life Sciences Limited — में एफआईआई की हिस्सेदारी लगातार बढ़ी है. आइए जानते हैं इन कंपनियों के प्रदर्शन और निवेश रुझान के बारे में विस्तार से.
Force Motors Limited
Force Motors Limited भारत की जानी-मानी ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी है, जो कमर्शियल और मल्टी-यूटिलिटी व्हीकल्स बनाती है. इस कंपनी में FIIs ने लगातार चार तिमाहियों तक अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. दिसंबर 2024 में 8.15% हिस्सेदारी थी, जो सितंबर 2025 तक बढ़कर 10.27% हो गई. सिर्फ पिछली तिमाही में ही हिस्सेदारी में 0.50% की वृद्धि हुई है.
7 नवंबर को कंपनी का शेयर 1.74% की बढ़त के साथ ₹18,194 पर बंद हुआ. बीते 6 महीनों में शेयर ने 75% से ज्यादा का रिटर्न दिया है, जबकि एक साल में 140% और पांच साल में 1604% का शानदार रिटर्न दिया. कंपनी का मार्केट कैप ₹23,974 करोड़ है और इसका P/E रेशियो 27.83 तथा P/B रेशियो 7.90 है. कंपनी का 52 हफ्ते का हाई ₹21,990 और लो ₹6,125 रहा. इतनी मजबूत परफॉर्मेंस ने एफआईआई का भरोसा बढ़ाया है, जिससे Force Motors Limited लंबी अवधि के निवेशकों के लिए आकर्षक स्टॉक बन गया है.
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Avalon Technologies Limited
Avalon Technologies Limited एक इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS) कंपनी है, जो क्लीन एनर्जी, कम्युनिकेशन और इंडस्ट्रियल सेक्टर के लिए प्रिसीजन इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स बनाती है. FIIs की हिस्सेदारी दिसंबर 2024 में 5.39% थी, जो सितंबर 2025 तक बढ़कर 10.04% हो गई. यानी चार तिमाहियों में लगातार बढ़ोतरी, और पिछली तिमाही में 1.37% की वृद्धि हुई.
7 नवंबर को कंपनी का शेयर ₹1,039.80 पर बंद हुआ, जिसमें 2.07% की गिरावट दर्ज की गई. एक साल में शेयर ने 17% का रिटर्न दिया, जबकि पांच साल में 138% से अधिक का रिटर्न रहा. कंपनी का मार्केट कैप ₹6,924 करोड़ है और इसका P/E रेशियो 79.15 है. कंपनी की मजबूत ऑर्डर बुक, क्लीन एनर्जी सेगमेंट में बढ़ती उपस्थिति और एफआईआई का बढ़ता निवेश इसे आने वाले समय में संभावनाशील स्टॉक बनाता है.
Sai Life Sciences Limited
Sai Life Sciences Limited फार्मा और बायोटेक उद्योग की एक प्रमुख रिसर्च और डेवलपमेंट कंपनी है. यह ग्लोबल फार्मा कंपनियों को मैन्युफैक्चरिंग और आरएंडडी सेवाएं प्रदान करती है. दिसंबर 2024 में एफआईआई की हिस्सेदारी 11.72% थी, जो सितंबर 2025 तक बढ़कर 22.49% हो गई — यानी एक साल में लगभग दोगुनी. केवल पिछली तिमाही में ही 7.92% की वृद्धि देखी गई.
शुक्रवार को कंपनी का शेयर ₹875 पर बंद हुआ, जिसमें 5.08% की गिरावट दर्ज की गई. छह महीनों में शेयर ने 21.59% और एक साल में 34% का रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप ₹18,380 करोड़ है और इसका P/E रेशियो 64.16 है. 52 हफ्तों में इसका हाई ₹943 और लो ₹636.10 रहा. बढ़ती वैश्विक मांग और रिसर्च सेगमेंट में विस्तार के चलते Sai Life Sciences Limited एफआईआई की पसंदीदा कंपनियों में शामिल हो गई है.
Conclusion
पिछले चार तिमाहियों के आंकड़े साफ बताते हैं कि FIIs का भरोसा भारतीय कंपनियों में लगातार बढ़ रहा है. Force Motors, Avalon Technologies, और Sai Life Sciences में लगातार हिस्सेदारी बढ़ाना इस बात का संकेत है कि विदेशी निवेशक भारत के ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मा सेक्टर की ग्रोथ पोटेंशियल को लेकर आश्वस्त हैं. आने वाले महीनों में अगर यह ट्रेंड जारी रहता है, तो इन कंपनियों के शेयर निवेशकों को मजबूत रिटर्न दे सकते हैं और भारत की अर्थव्यवस्था में एफआईआई की भूमिका और भी अहम हो सकती है.




